पुडुचेरी: कांग्रेस के हाथ से निकली एक और राज्य की सत्ता

नई दिल्ली: पुडुचेरी में कांग्रेस-डीएमके की सरकार गिर गई है। विश्वास मत परीक्षण पर वोटिंग से पहले ही राज्य के मुख्यमंत्री वी नारायणसामी ने सदन से वाकआउट कर दिया।
इसके बाद विधान सभा अध्यक्ष ने एलान किया कि सरकार ने अपना बहुमत खो दिया है। कांग्रेस के पांच विधायकों और सहयोगी डीएमके के एक विधायक के इस्तीफा देने के बाद नारायणसामी सरकार अल्पमत में आ गई थी।
स्पीकर बोले: सरकार के पास बहुमत नहीं
सोमवार को स्पीकर ने ऐलान किया कि सरकार के पास बहुमत नहीं है। इसके बाद मुख्यमंत्री वी. नारायणसामी की विदाई तय हो गई है।
विधानसभा में कांग्रेस के पास उसके 9 विधायकों के अलावा 2 डीएमके और एक निर्दलीय विधायक का समर्थन है।
यानी कांग्रेस के पास 11 विधायकों (स्पीकर को लेकर 12) का समर्थन है, जबकि विधानसभा की वर्तमान स्थिति के मुताबिक उसे बहुमत के लिए 14 विधायकों का समर्थन चाहिए।
हालांकि, फ्लोर टेस्ट से पहले मुख्यमंत्री नारायणसामी दावा करते रहे कि उनके पास निर्वाचित विधायकों में से बहुमत है। लेकिन आज वे अपने दावे को साबित नहीं कर पाए। उनकी सरकार गिर गई।
बीजेपी ने कसा तंज
वहीं पुडुचेरी में कांग्रेस-डीएमके की सरकार गिरने से बीजेपी के नेता गदगद हैं। सोमवार को स्पीकर के ऐलान के बाद जिसमें ये कहा गया कि सरकार के पास बहुमत नहीं है।
पुडुचेरी में कांग्रेस की सरकार गिरने के बाद बीजेपी ने राहुल गांधी पर तंज कसा है। बीजेपी नेता अमित मालवीय ने कहा कि राहुल गांधी पुडुचेरी गए थे और वहां उनकी सरकार गिर गई।
विधानसभा में सीएम नारायणसामी ने आज क्या कुछ कहा?
विधानसभा में बहुमत साबित करने से पहले मुख्यमंत्री नारायणसामी ने कहा कि कांग्रेस सरकार के पास बहुमत है, पूर्व उपराज्यपाल किरण बेदी ने कई कल्याणकारी योजनाओं में अड़चनें पैदा कीं।
सदन में हाथ उठवाकर हुई वोटों की गिनती
विधानसभा में उपराज्यपाल के निर्देश को ध्यान में रखते हुए वोटों की गिनती हाथ उठवाकर की गई और विधानसभा की पूरी कार्यवाही की रिकॉर्डिंग हुई।
बता दें कि सत्ताधारी गठबंधन के छह विधायकों ने विश्वास मत से पहले इस्तीफा दे दिया है, जिसमें रविवार को दो विधायकों ने इस्तीफा दिया। जिसके बाद से आज कांग्रेस-डीएमके सरकार सदन में अपना बहुमत साबित नहीं कर पाई।